
गुरुग्राम में हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश ने शहर को थमा दिया। कुछ ही घंटों की बारिश से सड़कें नदियों में बदल गईं और लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार हुई वर्षा ने पिछले 5 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 2020 के बाद पहली बार गुरुग्राम में बादल इतनी तेज़ी से बरसे हैं।
जलभराव से बिगड़े हालात
बारिश के बाद गुरुग्राम की मुख्य सड़कों पर पानी भर गया। जगह-जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति रही। ऑफिस जाने वाले कर्मचारी घंटों जाम में फंसे रहे। कई जगहों पर गाड़ियाँ पानी में डूब गईं और कॉलोनियों में भी जलभराव से लोगों को घरों से निकलने में दिक्कत हुई।
लोगों की परेशानियाँ
- सार्वजनिक परिवहन प्रभावित रहा
- बच्चों के स्कूल बंद करने पड़े
- घरों और दुकानों में पानी घुस गया
- बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
एक निवासी ने बताया – “इतनी तेज़ बारिश कई सालों बाद देखी है। सड़कें तालाब बन गई हैं और प्रशासन की तैयारी पूरी तरह नाकाम रही।”
विशेषज्ञों की राय
शहरीकरण और ड्रेनेज सिस्टम की कमजोरी को हालात बिगड़ने का मुख्य कारण माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर प्रशासन समय रहते स्थायी समाधान नहीं करता, तो भविष्य में हालात और गंभीर हो सकते हैं।
निष्कर्ष
गुरुग्राम में हुई इस बारिश ने साफ कर दिया है कि शहर को बेहतर बुनियादी ढाँचे की ज़रूरत है। लोगों की उम्मीद है कि प्रशासन इससे सबक लेगा और आने वाले समय में ऐसी स्थिति से निपटने की तैयारी करेगा।